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Tuesday, 18 October 2016

'ग्रुप एडमिन' सावधान ! ग्रुप है आपका तो ज़िम्मेदार भी आप !!!



रांची : सोशल मीडिया और उसके इस्तेमाल को लेकर देशभर में हो रही बहस के बीच झारखंड में अनोखा प्रयोग हुआ है. दुमका ज़िले के स्थानीय प्रशासन ने एक नायाब शुरूआत की है. दुमका ज़िला प्रशासन ने 7 अक्टूबर को एक आदेश निकाला है जिसमें ह्वाट्सएप के ग्रुप एडमिन और फेसबुक के सदस्यों के लिए एक दिशानिर्देश जारी किया गया है.
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आदेश में जो बातें कही गई हैं वो किसी ह्वाट्सएप ग्रुप के ग्रुप एडमिन को सावधान करने के लिए काफ़ी हैं. यह बातें कहीं गई हैं..."

1. ग्रुप एडमिन वही बने जो उस ग्रुप के लिए पूर्ण ज़िम्मेवारी और उत्तरदायित्व का वहन करने में समर्थ हो !!
2. अपने ग्रुप के सभी सदस्यों से ग्रुप एडमिन पूर्णतः परिचित होने चाहिए

3. ग्रुप के किसी सदस्य द्वारा ग़लतबयानी, बिना पुष्टि के समाचार जो अफ़वाह बन जाए, पोस्ट किए जाने पर कार्रवाई करे(ग्रुप से हटा दे)

4. सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाले पोस्ट पर ग्रुप एडमिन को तत्काल उसका खंडन कर उस सदस्य को ग्रुप से हटाना चाहिए

7. दोषी पाए जाने पर आईटी एक्ट/साइबर क्राइम तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि पिछले कई मौकों पर ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जिसमें सोशल मीडिया ख़ासकर ह्वाट्सएप पर ग़लत जानकारी वायरल होने के कारण क़ानून और व्यवस्था के बिगड़ने का ख़तरा बना है. दुमका के ज़िलाधिकारी के मुताबिक़ तक़रीबन सात-आठ महीने पहले ज़िला प्रशासन की ओर से ये प्रयोग शुरू किया गया है.


गौरतलब है कि ​सोशल मीडिया आज लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है. फेसबुक, ह्वाट्सएप और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग अपनी निजी बातों से लेकर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बात शेयर करते हैं. इसके अपने फ़ायदे और नुकसान भी हैं जिसको लेकर देश में एक बहस भी चल रही है.

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